महाशिवरात्रि क्यू मनाई जाती हैं जानिए
महाशिवरात्रि
नमस्कार दोस्तो आपका बहुत बहुत स्वागत हैं पौराणिक कथा चेनेल में दोस्तो आज हम बात करने जा हैं महाशिवरात्रि के बारे में जी हाँ दोस्तो हम जानेगे कि महाशिवरात्रि का हिंदू धर्म का पर्व क्यू मनाया जाता हैं आइए दोस्तो हम जानते हैं
हिंदू धर्म ग्रंथ एवं पुराणों के उल्लेख के अनुसार बताया गया है कि महाशिवरात्रि क्यू मनाई जाती हैं इस बारे में बहुत से कथन हैं. महाशिवरात्रि मानने के कारण बहुत से हैं जैसे की- तीन कथाएँ हैं
पहली कथा
हिंदू धर्म ग्रंथ के उल्लेख अनुसार एक कथा के अनुसार देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन में सबसे पहले अत्यधिक जहरीला कालकूट विष निकला था जिसको भगवान शिव शंकर ने संपूर्ण ब्राह्मांड की रक्षा के लिए पी लिया था। तभी से भगवान का कंठ नीला पड गया. तभी से भगवान को देवो के देव महादेव कहा जाने लगा. माना जाता है की समुद्र मंथन के इस दिन के अवसर को ही शिवरात्रि थी.
दूसरी कथा
पुराणों और हिंदू धर्म ग्रंथ के अनुसार हिंदू धर्म में पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव शंकर के जन्म दिन को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस दिन माना जाता है की भगवान महादेव शिवलिंग रूप में प्रकट हुए थे। और तभी से इस दिन शिवलिंग की पूजा की जाती है। और शिवालयों में भक्त शिव की पूजा अर्चन करते हैं इस दिन भक्तों का हर्षौल्लास बढ़ जाता हैं ।
तीसरी कथा
पुराणों एवं हिंदू धार्मिक ग्रंथो के उल्लेखनुसार एक और मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान शिव शंकर जी का माता पार्वती जी के साथ विवाह हुआ था। इस दिन भक्त भगवान शिव शंकर और माँ पार्वती की पूजा अर्चना करते हैं और शुख और शांति का आशीर्वाद कि कामना करते हैं.
पहली कथा
हिंदू धर्म ग्रंथ के उल्लेख अनुसार एक कथा के अनुसार देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन में सबसे पहले अत्यधिक जहरीला कालकूट विष निकला था जिसको भगवान शिव शंकर ने संपूर्ण ब्राह्मांड की रक्षा के लिए पी लिया था। तभी से भगवान का कंठ नीला पड गया. तभी से भगवान को देवो के देव महादेव कहा जाने लगा. माना जाता है की समुद्र मंथन के इस दिन के अवसर को ही शिवरात्रि थी.
दूसरी कथा
पुराणों और हिंदू धर्म ग्रंथ के अनुसार हिंदू धर्म में पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव शंकर के जन्म दिन को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस दिन माना जाता है की भगवान महादेव शिवलिंग रूप में प्रकट हुए थे। और तभी से इस दिन शिवलिंग की पूजा की जाती है। और शिवालयों में भक्त शिव की पूजा अर्चन करते हैं इस दिन भक्तों का हर्षौल्लास बढ़ जाता हैं ।
तीसरी कथा
पुराणों एवं हिंदू धार्मिक ग्रंथो के उल्लेखनुसार एक और मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान शिव शंकर जी का माता पार्वती जी के साथ विवाह हुआ था। इस दिन भक्त भगवान शिव शंकर और माँ पार्वती की पूजा अर्चना करते हैं और शुख और शांति का आशीर्वाद कि कामना करते हैं.
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महाशिवरात्रि क्यू मनाई जाती हैं । जानिए
Reviewed by पौराणिक कथा चैनल
on
March 03, 2019
Rating:
bhai ye janam ali katha galt h bhai shiv bhagwan aa janme h unka na janam Hua or na mritu ho skti h
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